
रक्षाबंधन के इस शुभ अवसर पर राजस्थान सरकार ने बेटियों को एक ऐसा तोहफा दिया है, जो उनके जीवन की दिशा बदल सकता है। इस योजना का नाम है Lado Protsahan Yojana 2025। यह योजना खास तौर पर उन परिवारों के लिए है, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और जिनके पास बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं। सरकार का मानना है कि अगर बेटियों को शिक्षा के हर पड़ाव पर सहारा मिले, तो वे न केवल पढ़ाई पूरी कर सकती हैं, बल्कि अपने पैरों पर खड़ी होकर समाज में एक मजबूत पहचान भी बना सकती हैं।
Lado Protsahan Yojana 2025 के तहत राज्य की बेटियों को स्कूल से लेकर स्नातक तक पढ़ाई के हर चरण पर आर्थिक मदद दी जाएगी। योजना की सबसे खास बात यह है कि अगर कोई बेटी 21 साल की उम्र तक लगातार पढ़ाई करती रहती है, तो सरकार उसके बैंक खाते में सीधे एकमुश्त ₹1 लाख की राशि भेजती है। यह पूरी राशि डीबीटी यानी Direct Benefit Transfer के माध्यम से दी जाती है, जिससे पैसों के लेन-देन में कोई बिचौलिया न हो और लाभ सीधे छात्रा तक पहुंचे।
सरकार ने इस योजना को इस तरह बनाया है कि हर कक्षा और शिक्षा स्तर पर बेटियों को प्रोत्साहन राशि मिलती रहे। उदाहरण के तौर पर, जब बेटी 6वीं कक्षा में प्रवेश लेती है तो उसे ₹6,000 की राशि दी जाती है। इसी तरह 9वीं कक्षा में पहुंचने पर ₹8,000, 10वीं में ₹10,000, 11वीं में ₹12,000 और 12वीं कक्षा में ₹14,000 की राशि मिलती है। स्नातक यानी ग्रेजुएशन के दौरान बेटियों को ₹50,000 का बड़ा सहारा दिया जाता है। अंत में, जब बेटी 21 साल की हो जाती है और उसने पढ़ाई जारी रखी होती है, तब उसके खाते में ₹1,00,000 की अंतिम किस्त भेजी जाती है। इस तरह एक बेटी को उसकी शिक्षा यात्रा के दौरान कुल ₹2 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ आर्थिक मदद देना नहीं है। इसके पीछे एक गहरा सामाजिक संदेश भी है। सरकार चाहती है कि राज्य की बेटियां पढ़ाई से जुड़ी रहें, जल्दी शादी के दबाव में न आएं और अपनी शिक्षा पूरी करके आत्मनिर्भर बनें। यह योजना बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को रोकने में भी मदद करेगी, क्योंकि इसमें यह शर्त है कि लाभार्थी बेटी 21 वर्ष की आयु तक पढ़ाई में जुड़ी रहे।
हालांकि, इस योजना का लाभ हर किसी को नहीं मिलेगा। इसके लिए कुछ शर्तें हैं। सबसे पहले, बेटी का राजस्थान की मूल निवासी होना जरूरी है। उसका जन्म BPL, EWS, SC, ST या OBC वर्ग में होना चाहिए। साथ ही, जन्म का सरकारी रिकॉर्ड में पंजीकरण अनिवार्य है। यह भी जरूरी है कि बेटी किसी स्कूल या कॉलेज में नामांकित हो और नियमित पढ़ाई कर रही हो।
आवेदन करते समय कुछ दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं, जिनमें आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, राशन कार्ड, भामाशाह कार्ड (यदि उपलब्ध हो), जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाते का विवरण और स्कूल या कॉलेज का नामांकन प्रमाण पत्र शामिल हैं।
वर्तमान में Lado Protsahan Yojana 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया केवल ऑफलाइन है। इच्छुक लाभार्थी अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। वहां ऑपरेटर को बताना होता है कि वे “Lado Protsahan Yojana” में आवेदन करना चाहते हैं। ऑपरेटर आवेदन फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ उसे जमा करता है। सरकार जल्द ही एक आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू करने की तैयारी में है, जिससे लाभार्थी घर बैठे ही आवेदन कर सकेंगे।
यह योजना न केवल बेटियों को आर्थिक रूप से मजबूत करेगी, बल्कि राज्य में शिक्षा के स्तर को भी ऊंचा उठाएगी। जैसे-जैसे अधिक बेटियां उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगी, वैसे-वैसे समाज में उनकी भागीदारी और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। इसके साथ ही, यह योजना परिवारों के बीच यह संदेश भी फैलाएगी कि बेटी कोई बोझ नहीं बल्कि परिवार की ताकत और गर्व का कारण है।